टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज और फील्डर का मेल बेहद महत्वपूर्ण होता है। जब गेंदबाज विकेट लेते हैं तो फील्डर का कैच पकड़ना जीत की चाबी साबित होता है। इसलिए, टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी का खेल में अहम योगदान होता है। इस लेख में हम टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी को उनके शानदार रिकॉर्ड, शानदार तालमेल और मैच के दौरान निभाए गए रोल की वजह से नंबर 5 से लेकर नंबर 1 तक विस्तार से समझेंगे। यह जोड़ी टीम की जीत में निर्णायक भूमिका निभाती है।
शीर्ष 5 टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी की सूची
5. हरभजन सिंह (417 विकेट) और राहुल द्रविड़ (210 कैच) — भारत

भारत के महान स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह और अनुभवी बल्लेबाज-फील्डर राहुल द्रविड़ की जोड़ी टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी में गिनी जाती है। हरभजन की स्पिन गेंदबाजी में विविधता और द्रविड़ की समझदारी ने इस जोड़ी को खास बनाया। 1999 से 2011 तक इस जोड़ी ने टीम इंडिया को कई मौके पर जीत दिलाई।
टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी” हरभजन ने अपनी गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों को दबाव में रखा, वहीं द्रविड़ ने तेज और भरोसेमंद फील्डिंग से कैच पकड़कर विकेट को पक्का किया। इस जोड़ी ने कुल 51 विकेट कैच के रूप में एक साथ लिए।
गेंदबाज (कैरियर विकेट) | फील्डर (कैरियर कैच) | देश | कैच संख्या (गेंदबाज के लिए) |
---|---|---|---|
हरभजन सिंह (417) | राहुल द्रविड़ (210) | भारत | 51 |
4. शेन वार्न (708 विकेट) और मार्क टेलर (157 कैच) — ऑस्ट्रेलिया

टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी में चौथे स्थान पर आते हैं ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न और मार्क टेलर। शेन वार्न की लेग स्पिन गेंदबाजी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है। मार्क टेलर की तेज फील्डिंग ने कई मुश्किल कैच सफलतापूर्वक पकड़े।
1992 से 1998 के बीच यह जोड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार प्रदर्शन करती रही। वार्न के विकेटों में से 51 कैच मार्क टेलर ने पकड़े, जो उनकी बेहतरीन फील्डिंग कौशल का परिचायक है।
गेंदबाज (कैरियर विकेट) | फील्डर (कैरियर कैच) | देश | कैच संख्या (गेंदबाज के लिए) |
---|---|---|---|
शेन वार्न (708) | मार्क टेलर (157) | ऑस्ट्रेलिया | 51 |
3. अनिल कुंबले (619 विकेट) और राहुल द्रविड़ (210 कैच) — भारत

तीसरे स्थान पर टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी में आते हैं भारत के महान स्पिनर अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़। कुंबले की धीमी और सटीक गेंदबाजी ने बल्लेबाजों को बार-बार फंसाया। वहीं, राहुल द्रविड़ की फील्डिंग में गजब की सतर्कता और समझदारी थी।
1996 से 2008 तक दोनों ने टीम इंडिया के लिए कई यादगार मैच खेले। कुंबले के 619 विकेटों में से 55 कैच द्रविड़ ने पकड़े। यह जोड़ी भारतीय क्रिकेट का गर्व है।
गेंदबाज (कैरियर विकेट) | फील्डर (कैरियर कैच) | देश | कैच संख्या (गेंदबाज के लिए) |
---|---|---|---|
अनिल कुंबले (619) | राहुल द्रविड़ (210) | भारत | 55 |
2. नाथन लॉयन (562 विकेट) और स्टीव स्मिथ (201 कैच) — ऑस्ट्रेलिया

टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी में दूसरे नंबर पर हैं ऑस्ट्रेलिया के नाथन लॉयन और स्टीव स्मिथ। लॉयन अपने तेज गेंदबाजी और स्विंग के लिए प्रसिद्ध हैं, जबकि स्मिथ विकेटकीपर और फील्डर दोनों भूमिका में माहिर हैं।
2013 से लेकर अभी तक खेल रही यह जोड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। लॉयन के विकेटों में से 62 कैच स्मिथ ने पकड़े हैं। इन दोनों के तालमेल ने टीम को कई अहम जीत दिलाई।
गेंदबाज (कैरियर विकेट) | फील्डर (कैरियर कैच) | देश | कैच संख्या (गेंदबाज के लिए) |
---|---|---|---|
नाथन लॉयन (562) | स्टीव स्मिथ (201) | ऑस्ट्रेलिया | 62 |
1. मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) और कुमार संगकारा (205 कैच) — श्रीलंका

टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज और फील्डर जोड़ी में पहला स्थान श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन और कुमार संगकारा की जोड़ी का है। मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाज हैं, जिनके 800 विकेट हैं। संगकारा ने भी 205 कैच लेकर फील्डिंग में शानदार रिकॉर्ड बनाया।
1997 से 2010 तक इस जोड़ी ने श्रीलंका को कई बड़े मैचों में जीत दिलाई। मुरलीधरन के विकेटों में से 77 कैच संगकारा ने पकड़े। यह जोड़ी एक मिसाल है कि कैसे गेंदबाज और फील्डर मिलकर टीम की ताकत बढ़ाते हैं।
गेंदबाज (कैरियर विकेट) | फील्डर (कैरियर कैच) | देश | कैच संख्या (गेंदबाज के लिए) |
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मुथैया मुरलीधरन (800) | कुमार संगकारा (205) | श्रीलंका | 77 |
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FAQ
गेंदबाज-फील्डर की जोड़ी क्यों महत्वपूर्ण होती है?
क्योंकि विकेट लेने के बाद कैच पकड़ना मैच जीतने के लिए जरूरी होता है। दोनों का तालमेल टीम के प्रदर्शन को बेहतर बनाता है।
क्या सिर्फ विकेट लेने वाले गेंदबाज ही ज्यादा कैच ले पाते हैं?
नहीं, फील्डर की निपुणता और जगह भी कैच पकड़ने में अहम भूमिका निभाती है।
क्या यह जोड़ी सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में ही महत्वपूर्ण होती है?
नहीं, यह टी20 और वनडे क्रिकेट में भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है।
मुथैया मुरलीधरन क्यों सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं?
उनकी गेंदबाजी में विविधता, अनुभव और निरंतरता है जो उन्हें सबसे सफल बनाती है।
क्या किसी फील्डर ने अपने करियर में सबसे ज्यादा कैच पकड़े हैं?
जी हां, उदाहरण के लिए राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में 210 कैच लिए हैं, जो एक बड़ा रिकॉर्ड है।