आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक बनाने वाले टॉप 5 बल्लेबाज़: आईपीएल को आमतौर पर हम चौकों-छक्कों और तेज़ रफ्तार पारियों से जोड़ते हैं, लेकिन कुछ पारियां ऐसी भी होती हैं जो हमें क्रिकेट के एक अलग ही पहलू से रूबरू कराती हैं। ये हैं आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक, जो न सिर्फ आंकड़ों में दर्ज हैं बल्कि बल्लेबाज़ की मानसिक दृढ़ता, परिस्थितियों को समझने की कला और मैच को अपने हिसाब से ढालने की क्षमता को भी दिखाते हैं।
आइए, जानते हैं आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक बनाने वाले उन 5 जांबाज़ बल्लेबाज़ों की कहानियां, जिन्होंने धैर्य और सूझबूझ से टी20 को नया मतलब दिया।
आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक बनाने वाले टॉप 5 बल्लेबाज़ की सूची
5. जोस बटलर

जोस बटलर को दुनिया एक विस्फोटक ओपनर के रूप में जानती है, लेकिन आईपीएल 2022 में उन्होंने एक बिल्कुल अलग अंदाज़ में अपनी बल्लेबाज़ी का परिचय दिया। मुंबई इंडियंस के खिलाफ नवी मुंबई में खेलते हुए उन्होंने 66 गेंदों में शतक जड़ा, जो कि आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक में से एक था।
इस पारी में ना कोई लहराते हुए शॉट्स थे, ना ही शुरुआत से ही तेजी। बटलर ने विकेट की हालत को समझा, गेंदबाज़ों की चालों को पढ़ा और धीरे-धीरे अपनी पारी को संवारा। शुरुआती 30-40 गेंदों तक उन्होंने एक-एक रन को तरजीह दी, फिर आखिरी ओवरों में रफ्तार पकड़ी।
इस पारी ने यह साबित कर दिया कि जोस बटलर सिर्फ एक ‘पावर-हिटर’ नहीं हैं, वो एक ‘स्मार्ट फिनिशर’ भी हैं जो टीम की ज़रूरतों के हिसाब से खुद को ढाल सकते हैं।
विवरण | जानकारी |
खिलाड़ी | जोस बटलर |
गेंदें सेंचुरी तक | 66 |
टीम | राजस्थान रॉयल्स |
विरोधी टीम | मुंबई इंडियंस |
स्थान | नवी मुंबई |
साल | 2022 |
4. डेविड वॉर्नर

डेविड वॉर्नर को आमतौर पर एक तेज़ शुरुआत देने वाले बल्लेबाज़ के रूप में जाना जाता है। लेकिन आईपीएल 2010 में उन्होंने दिखाया कि जब ज़रूरत हो, तो वही खिलाड़ी गहरी सोच और ठहराव से भी खेल सकता है। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ दिल्ली में उन्होंने 66 गेंदों में सेंचुरी जड़ी और इस पारी ने उन्हें आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक की सूची में शामिल कर दिया।
इस मैच में वॉर्नर की शुरुआत आक्रामक रही, लेकिन जब विकेट गिरने लगे तो उन्होंने खेल की गति को धीमा किया। स्ट्राइक रोटेट की, डॉट बॉल्स को कम किया और फिर आखिरी ओवरों में बल्ला चलाया। उनकी इस पारी ने यह दिखाया कि टी20 क्रिकेट में हर हाल में रन बनाना ज़रूरी नहीं हालात को समझना और टीम को बैलेंस देना उससे कहीं ज़्यादा अहम होता है।
विवरण | जानकारी |
खिलाड़ी | डेविड वॉर्नर |
गेंदें सेंचुरी तक | 66 |
टीम | दिल्ली कैपिटल्स |
विरोधी टीम | कोलकाता नाइट राइडर्स |
स्थान | दिल्ली |
साल | 2010 |
3. सचिन तेंदुलकर

आईपीएल 2011 में वानखेड़े के मैदान पर मुंबई इंडियंस की ओर से खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने कोच्चि टस्कर्स केरल के खिलाफ 66 गेंदों में सेंचुरी बनाई। ये पारी उन चंद यादगार पारियों में से एक है, जिन्हें आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक के रूप में गिना जाता है।
इस मैच में सचिन ने तेजी से रन नहीं बनाए, लेकिन उनकी टाइमिंग, प्लेसमेंट और गेम सेंस ने हर क्रिकेट प्रेमी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने एक छोर संभालते हुए पार्टनरशिप बनाई और धीरे-धीरे टीम को मजबूत स्कोर की ओर ले गए। वानखेड़े स्टेडियम में हर फैन उनकी हर बाउंड्री पर तालियां बजा रहा था।
इस पारी से सचिन ने यह सिखाया कि क्लास और कंपोज़र हमेशा तेज़ स्ट्राइक रेट से ऊपर होता है।
विवरण | जानकारी |
खिलाड़ी | सचिन तेंदुलकर |
गेंदें सेंचुरी तक | 66 |
टीम | मुंबई इंडियंस |
विरोधी टीम | कोच्चि टस्कर्स केरल |
स्थान | मुंबई (वानखेड़े) |
साल | 2011 |
2. मनीष पांडे

2009 का आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में खेला गया था, और वहीं मनीष पांडे ने इतिहास रचा। डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ सेंट्यूरियन में खेलते हुए उन्होंने 67 गेंदों में शतक लगाया एक पारी जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गई। यह पारी ना सिर्फ ऐतिहासिक थी, बल्कि आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक में भी गिनी जाती है।
उस समय मनीष युवा थे, और आईपीएल में भारतीय बल्लेबाज़ों की पहचान बनने लगे थे। उन्होंने जोखिम भरे शॉट्स नहीं खेले, बल्कि स्ट्रेट बैट, सिंगल्स और शानदार फुटवर्क से पारी को संवारा। यह एक सीख देने वाली पारी थी खासकर युवा खिलाड़ियों के लिए, जो तेज़ी से रन बनाने की होड़ में अपना विकेट खो देते हैं।
विवरण | जानकारी |
खिलाड़ी | मनीष पांडे |
गेंदें सेंचुरी तक | 67 |
टीम | रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर |
विरोधी टीम | डेक्कन चार्जर्स |
स्थान | सेंट्यूरियन (दक्षिण अफ्रीका) |
साल | 2009 |
1. विराट कोहली

आईपीएल इतिहास के सबसे धीमे शतक की सूची में सबसे ऊपर नाम आता है विराट कोहली का, जिन्होंने 2024 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 67 गेंदों में शतक पूरा किया। यह पारी जयपुर के मैदान पर खेली गई, जहाँ शुरुआती झटकों के बाद विराट ने कमान संभाली।
जब बाकी बल्लेबाज़ संघर्ष कर रहे थे, तब विराट ने एक छोर संभाला और टीम को स्थिरता दी। उन्होंने कम जोखिम लिए, स्ट्राइक रोटेट की और गेंदबाज़ों पर दबाव बनाए रखा। यह पारी केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता और कप्तानी की सोच में भी यादगार थी। इस पारी ने एक बार फिर साबित किया कि विराट कोहली सिर्फ रन-मशीन नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार लीडर भी हैं।
विवरण | जानकारी |
खिलाड़ी | विराट कोहली |
गेंदें सेंचुरी तक | 67 |
टीम | रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर |
विरोधी टीम | राजस्थान रॉयल्स |
स्थान | जयपुर |
साल | 2024 |
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