भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट हमेशा से ऐतिहासिक रहा है। इस मुकाबले में कई ऐसी साझेदारियाँ हुई हैं जिन्होंने मैच का रुख बदल दिया और दर्शकों के दिलों में जगह बना ली। इस लेख में हम आपको बताएँगे उन शीर्ष साझेदारियों के बारे में, जिन्होंने सबसे ज़्यादा रन जोड़े और अपनी टीम के लिए मजबूत आधार तैयार किया।
नीचे दी गई सूची में इंग्लैंड और भारत दोनों टीमों की सबसे बड़ी साझेदारियों को विकेट के अनुसार शामिल किया गया है। ये साझेदारियाँ खेल भावना, टीम वर्क और बल्लेबाजी कौशल का बेहतरीन उदाहरण हैं।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां की सूची
10. बासिल डी’ओलिवेरा और जॉफ्री बॉयकॉट – 252 रन (लीड्स, 1967)
इंग्लैंड के दो दिग्गज बल्लेबाज बासिल डी’ओलिवेरा और जॉफ्री बॉयकॉट ने 1967 में लीड्स टेस्ट में 252 रनों की बेहतरीन साझेदारी की थी। इस 4वें विकेट की साझेदारी ने इंग्लैंड को मजबूती प्रदान की और भारतीय गेंदबाज़ों की कमर तोड़ दी। डी’ओलिवेरा की आक्रामक बल्लेबाज़ी और बॉयकॉट की संयमित तकनीक ने मिलकर इस साझेदारी को ऐतिहासिक बना दिया।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह साझेदारी हमेशा याद रखी जाती है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
---|---|---|---|
252 | 4th | इंग्लैंड | भारत |
9. टोनी ग्रेग और कीथ फ्लेचर – 254 रन (ब्रेबोर्न, 1973)

1973 में ब्रेबोर्न स्टेडियम में इंग्लैंड के टोनी ग्रेग और कीथ फ्लेचर ने 5वें विकेट के लिए 254 रनों की साझेदारी की। ये साझेदारी मुश्किल समय में आई जब इंग्लैंड का टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया था। ग्रेग की आक्रामक शैली और फ्लेचर की स्थिरता ने टीम को संकट से उबारा।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह एक जबरदस्त उदाहरण है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
254 | 5th | इंग्लैंड | भारत |
8. सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली – 255 रन (नॉटिंघम, 1996)

भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने 1996 में नॉटिंघम में 3rd विकेट के लिए 255 रन जोड़े। इन दोनों की बल्लेबाज़ी ने इंग्लिश गेंदबाजों की एक नहीं चलने दी। गांगुली की यह सीरीज़ शानदार रही और सचिन हमेशा की तरह क्लास में नज़र आए।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां की बात हो और इस जोड़ी का ज़िक्र न हो, ये मुमकिन नहीं।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
255 | 3rd | भारत | इंग्लैंड |
7. जो रूट और एलेस्टेयर कुक – 259 रन (द ओवल, 2018)

इंग्लैंड के दो महान बल्लेबाज – जो रूट और कुक – ने 2018 में द ओवल पर 3rd विकेट के लिए 259 रन जोड़े। ये साझेदारी इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट की ताकत दिखाती है। कुक का यह आखिरी टेस्ट था और उन्होंने इसे यादगार बना दिया।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह आधुनिक दौर की एक खास साझेदारी है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
259 | 3rd | इंग्लैंड | भारत |
6. वॉर्थिंगटन और वाल्टर हैमंड – 266 रन (द ओवल, 1936)
1936 का टेस्ट क्रिकेट का दौर और ओवल मैदान – इंग्लैंड के वॉर्थिंगटन और हैमंड ने 4th विकेट के लिए 266 रनों की साझेदारी की। यह उस समय के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी जब खेल की तकनीक आज जैसी नहीं थी।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह ऐतिहासिक उदाहरण आज भी प्रेरणा देता है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
266 | 4th | इंग्लैंड | भारत |
5. जो रूट और जॉनी बेयरस्टो – 269* रन (बर्मिंघम, 2022)

साल 2022 में इंग्लैंड के दो घातक बल्लेबाज़ जो रूट और बेयरस्टो ने 4th विकेट के लिए नाबाद 269 रन जोड़े। यह साझेदारी तब आई जब टीम पर दबाव था और भारत की बढ़त दिख रही थी। लेकिन रूट और बेयरस्टो ने कमाल कर दिया।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह नई पीढ़ी की झलक है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
269* | 4th | इंग्लैंड | भारत |
4. एलन लैम्ब और ग्राहम गूच – 308 रन (लॉर्ड्स, 1990)

लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के एलन लैम्ब और गूच की जोड़ी ने 3rd विकेट के लिए 308 रन जोड़े। यह साझेदारी उस समय आई जब भारत की गेंदबाज़ी में धार थी, मगर इन दोनों ने शानदार बल्लेबाज़ी की।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह क्लासिक प्रदर्शन माना जाता है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
308 | 3rd | इंग्लैंड | भारत |
3. गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ – 314 रन (मोहाली, 2008)

2008 में मोहाली टेस्ट में गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ की जोड़ी ने 2nd विकेट के लिए 314 रन जोड़े। गंभीर की आक्रामक शैली और द्रविड़ की ‘दीवार’ जैसी बल्लेबाज़ी ने भारत को जीत की ओर अग्रसर किया।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में यह भारतीय बल्लेबाज़ी का उच्चतम उदाहरण है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
314 | 2nd | भारत | इंग्लैंड |
2. यशपाल शर्मा और गुंडप्पा विश्वनाथ – 316 रन (चेन्नई, 1982)

चेन्नई के मैदान पर भारत के यशपाल शर्मा और गुंडप्पा विश्वनाथ ने 3rd विकेट के लिए 316 रनों की लाजवाब साझेदारी की। यह साझेदारी 80 के दशक की भारतीय क्रिकेट की ताकत दर्शाती है।
इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां में इस साझेदारी का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
316 | 3rd | भारत | इंग्लैंड |
1. केविन पीटरसन और इयान बेल – 350 रन (द ओवल, 2011)

2011 में द ओवल पर इंग्लैंड के पीटरसन और बेल ने मिलकर 3rd विकेट के लिए 350 रन जोड़ डाले। यह साझेदारी न सिर्फ इस सीरीज़ की सबसे बड़ी बनी बल्कि पूरे इंग्लैंड बनाम भारत टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी बन गई। दोनों बल्लेबाज़ों ने भारत की गेंदबाज़ी को पूरी तरह कुचल दिया।
यह साझेदारी इंग्लैंड vs भारत टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारियां का सबसे चमकता सितारा है।
आँकड़े:
रन | विकेट | टीम | विरोधी |
350 | 3rd | इंग्लैंड | भारत |
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FAQ
Q1: इंग्लैंड और भारत के बीच टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी किसने की है?
A: इंग्लैंड के केविन पीटरसन और इयान बेल ने 2011 में भारत के खिलाफ द ओवल मैदान पर 350 रनों की साझेदारी की थी।
Q2: भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी किसने की?
A: भारत के यशपाल शर्मा और गुंडप्पा विश्वनाथ ने 1982 में चेन्नई में 316 रन की साझेदारी की थी।
Q3: क्या इन साझेदारियों में से किसी ने मैच का रुख बदल दिया?
A: हां, अधिकांश साझेदारियाँ निर्णायक रहीं और उन्होंने मैच में टीम की स्थिति को मजबूत किया।
Q4: क्या वर्तमान खिलाड़ियों में ऐसी साझेदारी की संभावना है?
A: बिल्कुल! जो रूट और बेयरस्टो जैसी जोड़ियों ने हाल ही में दिखाया है कि आज भी बड़ी साझेदारियाँ संभव हैं।